ये किसान बैठकें ग्राम स्तर पर आयोजित की जाती हैं। स्थानीय अधिकारियों जैसे सरपंच, और प्रमुख किसानों को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाता है। ऐसी बैठकों में कम से कम 30 से 50 किसान शामिल होते हैं।